अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम् मंत्र
अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम् (Akhand Vishnu Karyam) मंत्र भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। इस मंत्र का जाप धन-संपत्ति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह मंत्र जीवन के सभी कष्टों को दूर करने और भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ-साथ आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने में सहायक माना जाता है।
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अनोखे तथ्य और जानकारी (Unique Information and Insights)
यह मंत्र वैदिक शास्त्रों में उल्लेखित है और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मंत्र में से एक है।
विष्णु पुराण में उल्लेख:
विष्णु पुराण में बताया गया है कि यह मंत्र भगवान विष्णु के अखंड कार्यों का प्रतिनिधित्व करता है, जो संपूर्ण सृष्टि में निरंतर चल रहे हैं। इस मंत्र के द्वारा व्यक्ति भगवान विष्णु के अनंत ज्ञान और माता लक्ष्मी की असीम कृपा का आह्वान करता है।धन की देवी माता लक्ष्मी:
इस मंत्र का उच्चारण विशेष रूप से धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए किया जाता है। लक्ष्मी जी को धन, ऐश्वर्य और वैभव की देवी माना जाता है। यह मंत्र न केवल आर्थिक उन्नति के लिए बल्कि जीवन में स्थिरता और शांति के लिए भी अत्यधिक प्रभावशाली है।मंत्र की शक्तिशाली ध्वनि:
यह माना जाता है कि इस मंत्र के उच्चारण से उत्पन्न ध्वनि तरंगें व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करती हैं, जो जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रगति और सफलता दिलाने में सहायक होती हैं।
मंत्र और भावार्थ :
"अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम्
तत्पदम दर्शितं येन तस्मै श्री लक्ष्मीयाय नमः"
नारायण-नारायण-नारायण
भावार्थ : ब्रह्मांड में अखंड स्वरूप उस प्रभु के तत्व रूप को मेरा नमन है जो मेरे भीतर प्रकट होकर मुझे साथ-साथ आत्मज्ञान के दर्शन कराता है। जो अखंड है जो इस पूरे ब्रह्मांड में समाहित है जो चर और अचर में तरंगित है। उस प्रभु के परम तत्व स्वरूप को मैं नमन करता हूं जो मेरे भीतर प्रकट होकर मुझे साक्षात आत्मज्ञान के दर्शन कराता है। गुरु स्वरूप उस तत्व को मेरा शत-शत नमन है वही गुरु ही पूर्ण परम तत्व है। ऐसे परम तत्व स्वरूप गुरु को मेरा नमन है।
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Mantra And Meaning :
Tatpadam darshitam yen tasmai Shri Lakshmi Namah"
Narayan-Narayan-Narayan"
Meaning : I bow down to the elemental form of that God who is the unbroken form in the universe, who appears within me and gives me the vision of enlightenment. Which is unbroken, which is included in this entire universe, which is wavering in the variable and the constant. I bow to the supreme form of that Lord who appears within me and shows me the true knowledge of self.I pay my full respect to that element in the form of Guru, the same Guru is the absolute supreme element. I pay my respects to such a supreme Guru.
मंत्र के लाभ (Benefits of Akhand Vishnu Karyama Characharam Mantra):
- धन और समृद्धि की प्राप्ति: इस मंत्र का नियमित जाप व्यक्ति को आर्थिक थिस्ति में सुधार आता है और उसे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- सभी विघ्नों का नाश: यह मंत्र जीवन के सभी प्रकार के कष्टों, बाधाओं और समस्याओं को समाप्त करता है।
- आध्यात्मिक शांति: इस मंत्र के जाप से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है, जो व्यक्ति को आंतरिक संतोष प्रदान करती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- निरंतर प्रगति: भगवान विष्णु का आशीर्वाद व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और निरंतर प्रगति लाता है।
कैसे करें मंत्र का जाप (How to Chant the Mantra):
इस मंत्र का जाप दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह और संध्या के समय इसे करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की मूर्ति के सामने दीपक जलाकर इस मंत्र का 108 बार जाप करें। जाप करते समय मन को एकाग्र रखें और धन-समृद्धि की कामना करें।
निष्कर्ष (Conclusion):
अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम् मंत्र एक अद्वितीय साधना है जो व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, और आर्थिक संपन्नता लाने में सहायक होता है। इस मंत्र का नियमित जाप माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का सबसे सरल और प्रभावी मार्ग है। अगर आप जीवन में आर्थिक समृद्धि और स्थिरता चाहते हैं, तो इस मंत्र का नित्य जाप करना चाहिए ।
FAQs Section (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q: अखंड विष्णु कार्यम् मंत्र पढ़ने का सही समय क्या है?
A: इस मंत्र का जाप सुबह के समय स्नान के बाद करना चाहिए। साथ ही, आप इसे शाम के समय भी कर सकते हैं।Q: इस मंत्र का जाप घर पर कैसे किया जाता है?
A: इस मंत्र का जाप घर पर लक्ष्मी और विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के सामने कर सकते हैं। शुद्धता और शांति का विशेष ध्यान रखना है।Q: इस मंत्र का जाप दिन में कितनी बार करना चाहिए?
A: इस मंत्र का जाप 108 बार करना उत्तम माना जाता है। यदि संभव न हो, तो कम से कम 21 बार इसका जाप अवश्य करना चाहिए।Q: क्या यह मंत्र आर्थिक समस्याओं को हल करता है?
A: हां, इस मंत्र का जाप नियमित रूप से करने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है और व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है।